Why the Government of India withdrew the new advisory for Aadhar card? आधार कार्ड को सुरक्षित कैसे बनाएं?

 

Why the Government of India withdrew the new advisory for Aadhar card? आधार कार्ड को सुरक्षित कैसे बनाएं?
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आधार कार्ड डाटा लीक होने का आदेश वापस

भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण ने सरकार को परामर्श दिया था कि किसी भी संगठन या कंपनी में अगर आधार डाटा दिया जाता है तो उसका गलत इस्तेमाल हो सकता है। लेकिन सरकार ने अब यह परामर्श वापस ले लिया है।


सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय ने कहा कि इस परामर्श कि गलत व्याख्या हो सकती है। लोगों को जब इस बात का पता लगेगा कि आधार डाटा या उसकी फोटो कॉपी किसी भी कंपनी संगठन या अन्य काम के लिए अगर दिया गया तो उसका गलत इस्तेमाल सकता है ऐसा सरकार बोल रही है, इससे लोगों में गलत संदेश जाएगा और वह अपने आधार की फोटो कॉपी कहीं भी देने से मना कर देंगे। ऐसे में आधार कार्ड बनाने का जो मकसद था वह पूरा नहीं हो पाएगा। इसलिए सरकार ने यूआईडी के इस परामर्श को वापस ले लिया है।


आधार कार्ड का डाटा पूरी तरह सुरक्षित है और इसका गलत इस्तेमाल होना नामुमकिन है ऐसा सरकार का दावा है। लोगों को जहां भी आधार फोटो कॉपी आधार डाटा देना हो वह अपनी इच्छा अनुसार दे सकते हैं।

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सरकार और सुप्रीम कोर्ट के दिशा निर्देश


आधार कार्ड से लोगों की प्राइवेसी को किस तरह से खतरा हो सकता है इसके ऊपर सरकार और सुप्रीम कोर्ट के जरिए बार-बार दिशा निर्देश आते रहते हैं।



आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल ना हो इसके लिए सरकार ने 2 साल पहले आधार कार्ड की वर्चुअल आईडी का ऑप्शन दिया था। वर्चुअल आईडी कोई भी व्यक्ति अपने आधार कार्ड से जनरेट कर सकता है। एक बार दी गई वर्चुअल आईडी का दुबारा इस्तेमाल नहीं होता और एक नई वर्चुअल आईडी दोबारा जनरेट की जा सकती है। इस तरह जनरेट की गई वर्चुअल आईडी से आधार कार्ड का डाटा लीक नहीं हो सकता। क्योंकि हर बार नई वर्चुअल आईडी जेनरेट हो जाती है और पुरानी वाली डिलीट हो जाती है।


आधार कार्ड की जनरेट की गई इस वर्चुअल आईडी से सारे काम किए जा सकते हैं और यह वर्चुअल आईडी 16 नंबर की होती है। प्रत्येक आधार कार्ड की 16 अंकों की वर्चुअल आईडी अलग-अलग होती है और हर बार नई जनरेट की जा सकती है ऐसी सुविधा यूआईडी ने लोगों को प्रदान की थी।



भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण जिसे यूनिक आइडेंटिफिकेशन अथॉरिटी ऑफ इंडिया (UIDAI) भी कहते हैं। इसमें 12 अंकों का आपका आधार नंबर होता है। इसी आधार कार्ड में आपकी बायोमेट्रिक डिटेल होती है जिसमें आपके हाथों की सारी उंगलियों के निशान और आंखों की आईरिश डिटेल होती है। आधार कार्ड की अथॉरिटी भारत सरकार के मंत्रालय इलेक्ट्रॉनिक्स और इंफॉर्मेशन एंड टेक्नोलॉजी के तहत आता है।



आधार कार्ड का डाटा कंपनी या संगठन को देना कहां तक सुरक्षित है?


सरकार के दिशा निर्देश के अनुसार आधार कार्ड का डाटा या उसकी फोटो कॉपी बहुत जरूरी होने पर ही दी जाए। अगर जरूरी नहीं हो तो वहां पर आधार कार्ड का डाटा नहीं देना चाहिए। आधार कार्ड का नंबर किसी गलत संगठन या कंपनी या किसी व्यक्ति के हाथ लगने पर उसका गलत इस्तेमाल हो सकता है।



आधार कार्ड को सुरक्षित कैसे बनाएं?



आधार कार्ड को सुरक्षित रखने के लिए इसमें लॉक करने की सुविधा दी गई है। आप अपने आधार कार्ड को लॉक करके उसे सुरक्षित बना सकते हैं। जब आधार कार्ड नंबर आपको कहीं देना नहीं हो तब तक के लिए आप अपने आधार कार्ड को लॉक करके रखें। अगर आधार कार्ड नंबर या डाटा कहीं देना हो तो आप उसे अनलॉक करके दे सकते हैं। जब तक आपका आधार कार्ड लॉक रहेगा उसका गलत इस्तेमाल नहीं हो सकता। लॉक होने के दौरान आधार डाटा कहीं भी नहीं जाएगा।



आधार कार्ड को लॉक और अनलॉक कैसे कर सकते हैं?


आधार कार्ड को लॉक और अनलॉक करना बहुत ही आसान है। आपको आधार कार्ड की ऑफिशियल वेबसाइट पर जाना है। लॉगइन होने के बाद आप  आधार सर्विस वाले सेक्शन में जाएंगे तो वह आपको आधार कार्ड लॉक/अनलॉक करने का ऑप्शन मिल जाएगा।



आधार कार्ड ‌‌को मोबाइल नंबर और ईमेल से किस तरह सुरक्षित बनाएं?


आधार कार्ड में मोबाइल नंबर और ईमेल जोड़कर उसे और सुरक्षित बनाया जा सकता है। आधार कार्ड से जुड़े हुए मोबाइल नंबर और ईमेल पर ओटीपी आने से आपको पता लग जाएगा कि यह ओटीपी क्यों भेजी गई है। अगर आपने किसी काम के लिए आधार डाटा दिया है तो ही ओटीपी आएगी। अगर बिना वजह ओटीपी आती है तो आपको पता लग जाएगा कि यह ओटीपी गलत तरीके से भेजी गई है और आपको इस ओटीपी को नजरअंदाज करना है। लॉक किए गए आधार कार्ड से बायोमेट्रिक डिटेल भी नहीं निकाल सकते। यानी कि आधार कार्ड लॉक होने के दौरान बायोमेट्रिक डिवाइस भी काम नहीं करेगी।



आधार कार्ड को बिना मोबाइल नंबर के लॉक/अनलॉक किया जा सकता है?


आधार कार्ड में मोबाइल नंबर जुड़ा होना अति आवश्यक है क्योंकि मोबाइल नंबर जुड़ा होने पर ही आप अपने आधार कार्ड को लॉक/अनलॉक कर सकते हैं। अगर अपने आधार कार्ड को लॉक कर दिया है या डिसएबल कर दिया है जो कि अस्थाई है को तभी अनडिसएबल या अनलॉक किया जा सकता है जब आपका मोबाइल नंबर आधार कार्ड से जुड़ा हुआ होगा। जब आप आधार कार्ड को अनलॉक या अनडिसएबल करेंगे तो उस दौरान आपके रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर पर ओटीपी आएगी, यह ओटीपी सबमिट करने के बाद ही आधार कार्ड लॉक/अनलॉक या अनडिसएबल होगा।

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